Sunday, July 30, 2017

*जय छत्तीसगढ़*

*जय छत्तीसगढ़*
*पुराना जमाना म जब कलेंडर नइ रिहिस 
तब हमर सियान मन तीज तिहार के 
पता लगाय बर अइसे कहँय* :-
रथदूतिया के 15 दिन हरेली
हरेली के 15 दिन राखी
राखी के 8 दिन आठे
आठे के 8 दिन पोरा
पोरा के 3 दिन तीजा
तीजा के बिहान दिन गनेसचौथ
गनेस ठंडा करेके बिहानदिन पितरपाख
पितरपाख के बिहानदिन नवरात 
नवरात के 10 दिन दसेरा
दसेरा के 20 दिन देवारी
देवारी के 10 दिन जेठोनी
अइसे हमर सियान मन बिना कलेंडर 
अउ पंचांग के तीज तिहार ल जान डारयँ 
अउ हँसी खुशी के साथ तिहार मन ल मना डारे!

*जय छत्तीसगढ़*

Thursday, July 27, 2017

प्यार महोब्बत सब धोखा है…


*प्यार महोब्बत सब धोखा है…*
*रोपा लगाओ अभी मौका है…*
"ग्रा.कृ.वि.अधिकारी"*
........................................................................
` *सीधी भर्ती -*
      *आवश्यकता है लडके और लडकियों की*
```धान की रोपाई सुरु हो गयी है अतः धान रोपनी  और धान बीज उखाड़ने  हेतु लड़के लड़कियों की आवश्यकता है -```
*उम्र सीमा-* 14 वर्ष से बुढ़ापे बाबा तक।
*योग्यता -* ```10th, 12th, B.A /B.com / B.sc / MA, ```फेल / पास  सब  चलेगे।
साथ मे दो  फोटो  और  आधार  कार्ड अनिवार्य रुप से साथ में लेकर आये।
*वेतन -*  काम  अनुसार।
*सुविधाएँ-* भेली-पानी, चाय, बीडी, तम्बाखू, लैला आदि l
```Online``` आवेदन भी कर सकते
हैे।
*हमारी  बेबसाइड है-*
```www.khetibadi.in```
*ईमेल -* ```समाज सेवा@जिमेल डाॅट कॉम```
*पता-* लेव लगे हुए किसी भी खेत में।
*मिलने का समय-* भोर की 04:00बजे से सबेरे 09:30 बजे तक, साम के 03:00बजे से 07:00बजे तक।

*महत्वपूर्ण सूचना -*  अपनी कुदारी साथ  लाये।

तिहार CG Special

CG Special
लडकी :- काल तोर बर मय हर 

राखी लाए रहे तय बंधवाय काबर नहीं|
लडका :- अगर मय कल तोर

 बर मंगलसूत्र लाहूं त पहिन लेबे का. . .  
बात करत हस . . . 

 तिहार तो आवत जावत रहिथे पगली |

हरेली तिहार

चाऊर के रोटी
आमा के अचार
सुरज के किरण
खुशी के बहार

मुबारक हे संगवारी हरेली के
त्यौहार पंडित लोकेन्द्र महराज ।
.........................................................................

चंदन के लकड़ी 
फूल के हार      
  जुलाई के महीना 
सावन के फूहार
  खेत के हरियाली
किसान के प्यार
  मुबारक हे तोला
   हरेली के त्यौहार
...........................................................................

हरियर हरियर खेत खार,
लिपाये पोताये 
घर दुवार,
आगे संगी हरेलि तिहार,
नागर कुदारी रापा बसला
धो मांज के पुजा करबो
सबला
घर मा चुर ही चिला रोटी
जा के  खाबो  खेत कोती, 
रिम झिम रिम झिम
पानी के बऊ छार
☔☔☔☔☔☔
आगे संगी हरेलि तिहार,
रिक्चीक रिक्चीक गेडी बाजे,
लोक लईका धर के भागे,
अब पानी गिर ही जोर दार
☔☔☔☔☔☔☔
आगे संगी हरेली तिहार,
.........................................................
|| *हरेली तिहार* ||
आवत हे हरेली तिहार , छाये हावय जी बहार |
करलव मिलके अब तईयारी , छागे हावय जी हरियाली ||

नागर बऊसला रापा कुदारी , धोलव सबला बारी बारी | 
गेड़ी बनावव मजा जी लेवव , येखर मिलके पारी पारी ||

बइगा बांधय गाँव ला , खोचय लीम के डारा | 
गाय गरुवा ला लोदी खवावय , गिजरे आरा पारा ||

घुरहा चिला के रोटी खाले , पुजले देवी देवता |
संगी संग मा मजा उड़ाले , मिलय नही फेर मऊका ||

chhattisgarhi Rajbhasha