Tuesday, January 31, 2017

Aavedan Ptra

नया आवेदन पत्र
 
  सेवा मे,
               Shri मान आलु भाटा मुरई
                शा.साेयाबीन बरी
विषय-- जिमी कादा के कारण खुजलाने लगा !

  महोदय,

                  सनम्र निवेदन है की

अधिक जिमी कादा खाने पर

खुजलाने पर शाला आने मे असमर्थ हूँ !

    अत: आज दिनाँक आलु - भाटा -

मुरई से सेमी - भिन्डी - बरी  तक

तीन दिन तक छुटी देने की कृपा करेगें !

( धन्यवाद )
     करेला

                  आपका आग्या कारी
                        गोभी

          Name -- धनिया

          Class -- मिरचा

          School -- टमाटर

पालक का हस्ताछर
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   चुरचुटिया
                       
   

      बिलकुल नया हे गा
         तो कैसन लगा ठीक है तो  कुछु no तो दीजियेगा बाकि आप की मर्जी



✏सबसे धाक वाला छत्तीसगढी  आवेदन पत्र✏

एति सुन ,

        डोकरा गुरुजी
        कोकडाडीही स्कूल

काबर - टूरि ल पटाए बर छूट्टी दे ,सोज बात l

सुन ले  गुरूजी,

तोला चेतात हावँव के 14 तारीख़ के वेलेंटाइन देय हे ,,!!तेकर सेती मोला टूरी ल पटाए बर एक दिन के छुट्‍टी देईच देबे ,नइ त तोला रस्दा मे छेक के 
बताहुं l
               ठीक हे ,

                        नाव जान ले

                       " समारू  के टूरा "

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Fer CG

अस्पताल में एक बच्चा पैदा होते ही नर्स से बोला :- भूख लगी है नाश्ते में क्या है ?

नर्स :- अंगाकर रोटी।

बच्चा :-  वाहादे फेर 36गढ़ में आ गेंव का रे !!!
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chhattisdegree

छत्तीसगढ़ीयों की एक "पुरानी आदत" है.........
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सोते हुए आदमी को उठाकर पुछेंगे ......
          "कइसे रे ,सुतत रहे का ??"




गजब मिठाथे रे संगी, मोर छत्तीसगड़ के बासी.
ईही हमर बर तिरिथ गंगा, ईही हमर बर मथरा कासी.
उठथन बिहनिया करथन मुखारी, अउ झडक थन बासी.
दिन भर करथन काम बुता , पेट नई होवय खाली.
दार दरहन के कामे नईये, नई लगाय साग तरकारी.
दही मही संग नुन मिर्चा, गोन्दली येकर सन्ग्वारी.
के दिन ले बनाबो माल पुआ, के दिन ले बनाबो तसमई पुरी.
कतका ला बिसाबो सेव डालीया , के दिन ले खाबो सोहारी.
समोसा, जलेबी, पोहा, खोआ, रसगुल्ला नइ मिठावय हमला.
नई खाए सकन होटल के रोज, तेलहा, फुलहा भजिया.
सहरिया मन के नकल जो करबो, होजाहि जग हासि.
सबले सस्ता सबले बढीया , मोर छत्तीसगढ के बासी .
                        ""जय छत्तीसगढ""

मोबाईल के जमाना हे,
चलत हे भारी नेट!
एकर चक्कर मा भात घलो,
नइ खवावय भर पेट!
आठोकाल बारो महीना,
आषाण सावन जेठ!
उठत बईठत रेंगत दउड़त,
घंसत घंसत कोलगेट!
नई छोड़न मोबाइल ला,
भले डिपटी मा हो जय लेट!
सब झन लगे हे मोबाईल मा,
गरीब होवय चाहे सेठ!
डोकरा बबा घलो हाथ उठाके,
खोजथे मोबाईल मा नेट!
कभू चढंहत हे अटरिया ता,
कभू चढ़हत हे गेट!
एकर चक्कर मा ले बर पडगे,
मँहगा वाला हेंडसेट!
जय हो तोर नेट!
जय हो तोर नेट!
जय हो तोर नेट!

DESH KE KHATIR

गुरुजी: बच्चो वादा करो कभी शराब,सिगरेट को नही पिओगे ?

बच्चे: नइ पिअन गुरुजी ।

गुरुजी: कभी लड़की का पीछा नही करोगे ?

बच्चे: नइ करन गुरुजी।

टीचर: लड़कियो से दोस्ती नही करोगे  ?

बच्चे : नइ करन ।

टीचर : वतन के लिए जान दे दोगे !

बच्चे: दे देबो गुरुजी,ऐसन जिन्दगी ला जी के का करबो  !

Monday, January 30, 2017

dant La nipor dis

छत्तीसगढ़ के लड़के परीक्षा के पहले रिवीजन करते समय
-ऐ ह बन जाही,
-ऐहू ह बन जाही,
-अऊ ऐ घलो बन जाही
-एह तो परीक्षा में आबे नी करे
-बाचे खोचे ल याद कर लेहूँ
........................होगे मोर तईयारी

परीक्षा हॉल में
ए ददा, ए कहाँ ले आगे
ए ला तो कभ्भु नई देखे हव
मर गेंव रे अहिच ल छोड पारे रहेव
भइगे अहु साल दाँत ल निपोर ङारेव

Sunday, January 29, 2017

Bhaji tore La aabe o

...एक लडका मर्सीडीस कार मे कॉलेज आया ।
   सुट-बुट पहेनकर ,
    गले मे 40 तोला सोने की चेन ।
     हाथ मे  सोने का महेंगा लुझ,
       हिरो जैसी पर्सनालिटी,
      साथ मे 3 bodyguard..
     ओर जेब मे 4g i phone6
  पर जब उसके पास 1 call आया तो सब बेहोश  गये
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क्योंकि उसकी रिंगटोन थी
"भाजी टोरे ल आबे न हमर गॉंव के ओन्हारी म।
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आखिर बंदा है तो छत्तीशगढ़ का।

Saturday, January 28, 2017

Sag

जली को आग कहते हैं
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बुझी को राख कहते हैं
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फोम को झाग कहते हैं
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स्नेक को नाग कहते हैं
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सब्जी को साग कहते हैं
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और जो लड़कियों के पास नहीं होता
उसे 'दिमाग' कहते है।������

36degree

��छत्तीसगढी जोक्स शायरी��

टुरी कईथे टुरा चल जाबो बारी
टुरी कईथे टुरा चव जाबो बारी

टुरा ह झमाक ले दिस बजाव जोर से ताली������

Mart Le Kariya

अफ्रीकन काली लडकी 36गढीया लडका से..

आई लव यु डु यु लव मी

36गढीया लडका-तुम आग नही हुस्न का तरिया हो

जेन नई दिखे वो अंधयारी करिया हो

जंग लगे लोहे का सरिया हो

हम तुमसे प्यार नही कर सकते जानु

क्योकि तुम मरत ले करिया हो

Baba Nipat ge

छत्तीसगढ़ी पोयम ,,,,,,,,,,,,,,,
टिंकल टिंकल नान मून तारा ,,,
काला गिनबे ,,,बिक्कट सारा ,,,,
मुड़ी उप्पर चारो मुडा छाये हें ,,
जैसे पर्रा भर बरी सुखाय हे ,,,
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: छत्तीसगढ़ी पोयम ,,,,,,,,,,,,,,,
हम्प्टी के कका ,,पेड़ ऊपर चग गे ,,
गोड़ फिसल गे ,,भकरस ले उलंड गे ,,
फुट गिस मुड़ी ,,छाती ओसक गे ,,,
डाक्टर बोलिस ,,हम्प्टी तोर कका निपट गे ,,,
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Friday, January 27, 2017

Dhan ka katora

नीम का पेड़ चंदन से क्या कम है..
छत्तीसगढ़ हमारा लंदन से क्या कम है..
काजू क्या खाते हो..
कभी बोईर खाकर तो देखो..
शहर-शहर क्या जाते हो..
कभी " छत्तीसगढ़ आकर तो देखो..

Welcome To The
            धान के कटोरा
   " छत्तसगढिया  सबले बढ़िया "
         '' जय छत्तीसगढ़  ''

Thursday, January 26, 2017

36degree

छत्तीसगढ़ीया सबले बढ़ीया ��

टूरा फटफटी म जात रथे, टूरी ल देख
अचानक गिर जाथे।
टूरी - ओह माई गाड, लागिस तो नहीं,
टूरा - नही रे पगली, हमन तो असने
फटफटी ले उतरथन।
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अर्ज किया है, उजाले की चाह में अंधेरों में भटक
गया हूं,
उजाले की चाह में अंधेरो में भटक गया हूं
ए दोस्त जरा हाथ देना, चिखला में सटक गया हूं।
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जिंदगी मुश्किलों और तूफानों से भरी है
अगर ठोकर लगे तो हिम्मत मत हारिए।
फिर से खड़े हो जाइए और चिल्ला के बोलिए
‘‘मोला कोन ढकेलिस रे।।
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छत्तीसगढ़ी शोले-
वीरू - ए कुकुर मन के आघू म झन नाचबे
बसंती।
बसंती - रोगहा वीरू! तय हर का मोला अपन
नउकरानी समझ रखे हस।
चल रे गब्बर डीजे चला।।
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इंग्लैंड मदर - गुड नाईट डियर
हिन्दू मदर - शुभ रात्रि बेटा
मुस्लिम मदर - शब्बा खैर
और छत्तीसगढ़ी मदर - सुत ना रे रोगहा,
हे भगवान आगी लगय एखर मोबाईल ल।
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चांदनी रात रहिस
नदिया के पार रहिस
अउ बादर म तारा मन के नजारा रहिस
तहा ले प्रेमी प्यार से मुस्का के
प्रेमिका ल कहिस
डार्लिंग!
गुड़ाखू करबे का।।।
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Chhattigarhiya Sable Badiya

गर्व से कहिये कि हम छत्तीसगढ़  के हैं।

क्योंकि.
हमारे छत्तीसगढ़  में
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1.सूरज निकलता नहीं "उg" आता है।

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2.यहाँ के लोग कपडे धोते नहीं "कांच" लेते हैं।

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3.हमारे यहाँ के लोग अपने बालों की कंघी नहीं करते, "कोर" लेते हैं।

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4.हमारे यहाँ जब कोई बच्चा रोता है तो हम उसे चुप नहीं कराते "सुता" देते हैं।

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5.हम लोग किसी को मारते नहीं छर" देते हैं।

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6.यहाँ जब पानी गिरता है तो कीचड नहीं होता "चिखला" हो जाता है।
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7.यहा कोई किसी से नाराज नही   होता , " रिसा" जाता है
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8.यहाॅ कोई फालतू नहीं घूमता बस " एती ओती" हो जाता है।
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9.खाने के बाद हमारा पेट नहीं भरता, हम "हफर" जाते है
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10. हम दौडते नहीं "रेंगते  " है
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11. हमारे यहां शाम नही होती "सांझ"हो जाती है।

��हमन ल एकेच बात के घमंड हे कि छत्तीसगढ़ म रथन
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घाम लगे ना जाड़
जय हो  छत्तीसगढ़

chhattisgarhi Rajbhasha