Thursday, February 23, 2017

अब्बड मया

गिटार बजावँव के बजावँव बांसुरी
के गावँव मया के गाना ,
ये वो पिरित वाली दीवानी
मोर संग तोला मया ,हावय के नही बताना !
( 42 )
किस्मत के लिक्खा मान के
तोला अपनावत हंव रानी ,
कभू झन देबे दगा जिनगी म
नइतो कर दुहूँ तोला चानी-चानी !
( 43 )
जान बुझ के करे हांसी ठिठोली
अउ फांस डारे, मोला अपन मया म ,
तडपत हंव तोला एती ओती खोजत
तोला थोरको नइ लागे दया न !
( 44 )
करे हंव मया इही जान के
की अपन बनाहूँ सुवारी तोला
एक दिन तैं खुद कहिबे रानी
ले चल अपन दुआरी मोला 
( 45 )
तोर फोटो ल कॉपी करे हंव दिल म
अउ मया करे हंव सोच-विचार के,
कतको खतरा आवय आघू म
आघू बढ़ जाहूं ओला सुधार के 
( 46 )
फेसबुक म मया बढाबो गोरी
अउ व्हाट्सप म करबो चैटिंग
ये वो जुलुफ वाली मोर दीवानी
नया रायपुर के होटल म करबो डेटिंग !
( 47 )
चार्ज करले अपन मुड़ ल
चल चलबो मया के गाँव
देखे सुने होबे ओ रानी
हावय श्यादर मोरे नाव 
( 48 )
N H 53 सराईपाली के रहईया मैं
कोन्हो कोती नइ जांव
लेकिन खीच डारे मोला अपन मया म टुरी
देखा दिए मोला अपन जुलुफ के छांव !
( 49 )
बैठे-बैठे बोर लगत हे
कती डाहन मैं जाँव
चले चलथँव मोर मयारू ,
मोर पिरोही के गाँव !
( 50 )
मोर नंबर ल तैं याद करले
कभू न कभू तो काम आही
गोठिया लेबे मया के गोठ
थोकिन तो बैलेंस ह जाही !
( 51 )
बरसो बाद देखे हावंव तोला
कतेक सुरता आवत रहिस पुछले
तोर जाए के बाद मोर दीवानी
कतेक तडपे हंव तेला तैं पुछले !
( 52 )
पान ठेला म खड़े हंव
करत हंव तोर इन्तजार
पान खाए बर,तोला पाए बर
मन कबले हावय बेक़रार!
( 53 )
छत ऊपर ले देखत हंव तोला
जइसे देखय चंदा ह चकोर ल
तीर म आना ये मोर मयारू
बाँध ले कसके मया के डोर ले 
( 54 )
नैना कटारी हे ,
काजल ह कारी हे  न
अउ मुहु म गारी हे
गोठ म हफ्सी कचारी हे न !
( 55 )
इही हरे उमर मया करेके
"हम दो और हमारे दो " कहेके
लेकिन ये टुरी ल कइसे बतावंव
नो हय उमर ये ह लडेके !
( 56 )
ऑफ़ कर देथे चैटिंग ल टुरी
मेसेज के रिप्लाय करे नही
हाय-हेल्लो ले करथंव शुरू
फिर भी काबर चैटिंग करे नही !
( 57 )
ओदे छेना थोपत हे टुरी ह अउ
फेसबुक म कथे चैटिंग करत हंव
सूत बिहनिया गोबर फेके जाथे अउ
व्हाट्सप म कथे जोगिंग करत हंव !
( 58 )
कलम के का गलती हे गोरी
ओ तो मन के बात ल लिखथे न
टोर के काबर फेके ओला
सब रिस ह चेहरा म दिखथे न !
( 59 )
नानकुन रहेन त खेलन संग म
अब दुरिहा-दुरिहा भागत हस ओ
का तोला डर हे बैरी जमाना के
डराये-डराये असन लागतहस ओ !
( 60 )
धड़कत हे दिल ह आंय-बांय
कछु तो उपाय बता ओ
रहे नइ सकंव तोर बिना
अइसे झन सता ओ !

1 comment:

  1. में आपके शायरी ल कहीं उपयोग कर सकथो का,
    फोटो edit kar ke

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chhattisgarhi Rajbhasha