Thursday, February 23, 2017

मोर गांव के गोरी

( 1 )
मोर गाँव के गोरी तैं ....
तोला अब्बड़ मया करथंव,
दिन-रात रानी तोर, सपना ला 
मैं हँ देखत रहिथँव...!

( 2 ) 
अरे शहर भीतर म घुमाहूँ तोला 
अउ मन के बात बताहूँ तोला ,
अगोर लेबे अवईय्या अक्ती ल 
उही सीजन म अपन बनाहूँ तोला !

( 3 )
बजार के पताल कस 
गाल तोरे लाल-लाल 
रंग-बिरंगी बदन तोर 
बताना तोर हाल- चाल 

( 4 )
गोरी "आई ल बीयू" कहे बर
 तोला काबर अतेक सरम लगथे ,
 एक बार कहिके तो देख 
पता चलही कतेक मीठ परेम लगथे !

( 5 )
कईसे तोला बतांव गोरी 
मया का चीज होथे,
जेला नई होवय वो ह 
जिनगी भर रोथे...!

( 6 )
बस-बस होगे अउ कतक खवाबे मया के लाडू 
मया के दुसमन ये दुनिया ला 
घिच के लगादे झाड़ू ...!

( 7 )
स्वीट-स्वीट तोर गोठ गोरी 
दिल ल "झटका" देथे ओ,
मया के बीच मजधार म 
मोला "अटका" देथे  ओ !

( 8 )

खे-खे,खे-खे झन हांस गोरी 
दांत-कान ह निकल जाही ओ ,
तब, तोर चेहरा के देखईय्या ल 
अब्बड़ मजा आही ओ !

( 9 )
साढ़े चार बजे आबे अमरईय्या म 
मोर छुट्टी चार बजे होथे ओ ,
तोर-मोर जोड़ी रानी 
"सीता-राम" कस जचथे ओ !

( 10 )
बिहा म नाचत हे टुरी 
हाई साउंड के बाजा मा 
जइसे कोई नाचे नहीं 
"छालीवुड" के नाचा मा !

( 11 )
जंगल के भीतर टुरी 
बघवा के डेरा ओ 
आजा समा-जा  छाती म 
खुल्ला हे बईहाँ के घेरा ओ !

( 12 )
झुलना मा बईठ के टुरी
मया के गाना गावय जी 
अन्ते-तन्ते गावत रईथे 
सारे गामा नई आवय जी !

( 13 )
सुनतहस किनी मोर दिल के धड़कन ल 
कईसे धडकत हे हाई बीट म 
मोर मयारू मोर पिरोही 
तैं बईठे हावस करेजा वाले सीट म 

( 14 )
मोला कछु झन देबे मया के चिन्हारी 
तोर मया मोर बर अमृत के पानी हे,
अउ तोर मया बिना ये मोर रानी 
"अलकरहा" मोर जवानी हे !

( 15 )
कभू चटकन उबाहूँ त 
मुस्कुरा के गोठिया देबे ,
भुला जाहँव रिस-पित ल 
मया के गोठ गोठिया देबे !

( 16 )
सरसों के बारी मा 
पिउंरी पिउंरी रंग बरसे जी ,
एक मिनट के विरहा म टूरा 
टुरी ल मिले बर तरसे जी !

( 17 )
का मतलब असने तोर मया के 
जेन दू बांटा म बँटाये हस ,
एक ले पीछा छुटे त 
दुसर म जाके संटाये हस !

( 18 )
मोर घर-कुरिया के बन जा देखईय्या 
अउ एक घांव बोलदे सईंया,
तोर इही गोठ ल सुने बर 
कई जनम ले तरसत हंव गुईयां !

( 19 )
कनिहा ल हला के नाचय टुरी
माइकल जेक्सन घलो फेल हो जाही जी ,
एक घांव देख लेबे डांस ला एकर 
त मन म मया के फुटू फुट जाही जी !

( 20 )
का मोहिनी हे तोर रूप म रानी 
नयना बेकाबू हो जाथे ओ 
घेरी-बेरी  देखेबर तोला 
तोर तीर-तीर म आथे ओ !

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chhattisgarhi Rajbhasha