Tuesday, September 18, 2018

“मैगी”

“मैगी”
शंकर जी:- ऐ गौरी  सुना थस ओ ..
मोर त्रिशूल नई मिलत  है देखे हस का

पार्वती जी : गणेश ले गे  हे  ।
शिव जी :काय करे बर
पार्वती जी : कोनो परसाद  
म  “मैगी” चडा देहे  तेला खाये बार...... 

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chhattisgarhi Rajbhasha