Saturday, March 11, 2017

बहुत टेंशन हे

बाबु जी :–”कहां हस बेटा”?
वांगड़ु:–”रूम में हव बाबू,पढ़ाई करत हव कल पेपर हे न ! 
ते कहां हस बाबू ?”
बाबु जी :–”दारू भठ्ठी म , ..तोर पिछु म रे हरामखोर
वांगड़ु:-"का करबे बाबू,,,टेंशन... भारी टेंशन"

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chhattisgarhi Rajbhasha